Reseña del libro "Sookar Utpadan Evam Prabandhan (en Hindi)"
सूकर पालन हमारे देश में मुख्य व्यवसाय के रूप में उभर रहा है, जिसकी लोकप्रियता दिन-प्रति-दिन बढ़ती ही जा रही है, परंतु सूकर पालन विज्ञान पर हिंदी में प्रामाणिक पुस्तकों का बहुत अभाव है। इस अभाव को देखते हुए यह पाठ्य-पुस्तक पशु विज्ञान के स्नातक, स्नातकोत्तर एवं पी-एच.डी. छात्रों के साथ-साथ शोधकर्ता, पशु चिकित्सक एवं प्रगतिशील सूकर पालकों के लिए लिखी गई है। पुस्तक लिखने के क्रम में यह महसूस किया गया कि बहुत से हिंदी के तकनीकी शब्द कठिन हैं। इसलिए जगह-जगह पर कोष्ठक में अंग्रेजी शब्दों का व्यवहार किया गया है। इसके साथ ही अंत में चुने हुए तकनीकी हिंदी शब्दों के अंग्रेजी शब्द भी दिए गए हैं। पुस्तक में सूकर पालन विज्ञान का परिचय एवं उनकी विकास-यात्रा के साथ-साथ उनकी जातियों, प्रजनन, आवास व्यवस्था, पोषण के मूल सिद्धांत, बीमारियाँ, कृत्रिम गर्भाधान प्रणाली, वैज्ञानिक रख-रखाव, सूकर उत्पाद का विपणन इत्यादि का सरल भाषा में विवेचन किया गया है। छात्रों, शिक्षकों एवं वैज्ञानिकों के साथ-साथ पशु-चिकित्सक, पैरा पशु चिकित्सक, विस्तार-कार्यकर्ता, परामर्शदाता, स्वयंसेवी संस्था, सूकर विकास से जुड़े अन्य पदाधिकारीगण इत्यादि के लिए भी पठनीय ç